पंजाब पुलिस कर्मचारियों का ‘डीजीपी ऑनर फॉर इग्जेम्पलरी सेवा टू सोसायटी’ के लिए चयन, लिस्ट पढ़े

कोविड-19 सम्बन्धी जंग के दौरान अगली कतार में ड्यूटी निभाने के लिए किया चयन – डीजीपी गुप्ता

चंडीगढ़, 15 अप्रैल: डीजीपी दिनकर गुप्ता ने राज्य में कोविड-19 के विरूद्ध जंग के दौरान अगली कतार में ड्यूटी निभाने वाले पंजाब के 25 पुलिस कर्मचारियों का ‘डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस ऑनर फॉर इग्जेम्पलरी सेवा टू सोसायटी ’ के लिए चयन किया गया है। पुरुस्कार लेने वालों में चार एस.पी., एक ए.एस.पी., एक डी.एस.पी., छह इंस्पेक्टर, चार सब इंस्पेक्टर, तीन ए.एस.आई., दो हवलदार और चार सिपाही शामिल हैं। यह पुरुस्कार उन कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए शुरू किया गया है जिन्होंने अपनी ड्यूटी के अलावा मानवीय गतिविधियां करते हुए शानदार काम किये हैं।

गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की पहलकदमी के तौर पर पेश किये गए पुरुस्कार के लिए पुलिस कमिश्नर और एस.एस.पीज. द्वारा भेजे विभिन्न नामांकनों में से उपरोक्त सभी कर्मचारी चुने गए हैं। मुख्यमंत्री के संकल्प पंजाब में कोई भी भूखा नहीं सोएगा को पूरा करने के लिए राज्य में 45,000 से अधिक पुलिस कर्मचारी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के साथ मिलकर तनमन से अपनी सेवाएं निभा रहे हैं।

श्रीमति वत्सला गुप्ता, ए.एस.पी. नकोदर ने नकोदर कस्बे के गरीब और वंचित, झुग्गी झोंपड़ी वालों तक पहुँच करने के लिए अग्रणी काम किया जबकि रोपड़ के डीएसपी वरिन्दरजीत सिंह ने वॉलंटियरों को लामबंद करके गरीबों और जरूरतमंदों को जरूरी वस्तुओं की सप्लाई को यकीनी बनाया। रोपड़ के एस.आई. जतिन कपूर ने पंचायतों को अपने गाँवों में स्वेच्छा से लॉकडाउन के लिए प्रेरित किया।

खरड़ (मोहाली) के एस.एच.ओ. भगवंत सिंह ने संदिग्ध कोरोनवायरस के मामलों की सक्रियता से जांच की। इसी तरह एस.बी.एस. नगर के एस.आई. नीरज चैधरी ने एकांतवास में रह रहे कोरोना मरीजों का दौरा करने का जोखिम लिया जबकि इन मरीजों को महामारी माहिरों और अन्य डॉक्टरों ने सहयोग देने से भी मना कर दिया था।

पठानकोट का एस.आई. शोहरत मान पठानकोट के लोगों की भलाई के लिए गरीबों और वंचित लोगों को भोजन मुहैया करवाकर सराहनीय काम कर रहा है। डीजीपी ने कहा कि फतेहगढ़ साहिब की एस.आई. श्रीमती शकुंत चैधरी ने जोखिम भरे नाके के इंचार्ज के तौर पर प्रशंसनीय काम किया है।

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