पंजाब पुलिस ने पन्नू और उसकी संस्था एस.एफ.जे. पर आटोमेटिड कॉल के द्वारा लोगों को राज्य सरकार के खि़लाफ़ भडक़ाने पर दर्ज किये 2 मामले

Punjab Police

 चंडीगढ़, 10 अप्रैल:पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को गुरपतवंत सिंह पन्नू और उसकी पाबन्दीशुदा संस्था सिख फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) पर कोविड -19 के मद्देनजऱ लगाए गये कफ्र्यू / तालाबन्दी के दौरान आटोमेटिड (देश विरोधी) कॉल के द्वारा लोगों को, खासकर नौजवानों को राज्य सरकार के विरुद्ध भडक़ाने के लिए मुकदमा दर्ज किया है।इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि पन्नू और यूएस आधारित एसएफजे के विरुद्ध स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल, मोहाली में आई.पी.सी की धारा 124 ए, और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) एक्ट, 1967 की धारा 10 (ए) और 13 (1) के अंतर्गत केस दर्ज किये गए हैं। 

वरिन्दरपाल सिंह, एआईजी स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल (एसएसओसी), मोहाली, पंजाब की प्राथमिक जांच से पता लगा है कि पन्नू स्वचालित काल के द्वारा पंजाब को अलग करने की वकालत करने के साथ-साथ पहले से रिकार्ड किये ओडियो से सन्देशों को फैलाने में शामिल था। यह संदेश मार्च और अप्रैल 2020 में पंजाब और इसके साथ लगते इलाकों के अलग-अलग निवासियों को पंजाब का माहौल खऱाब करने के इरादे से भेजे गए। भारत में कोविड -19 महामारी के फैलने के बाद पन्नू, उसके साथी और उसकी संस्था पहले ही मुसीबतों और संकटकालीन दौर में से गुजऱ रही पंजाब की जनता को और निराश करने और भडक़ाने के लिए सोशल मीडिया पर लगातार देश द्रोही गतिविधियों को अंजाम देने में सक्रिय रहे हैं।

मुख्य साजिशकर्ता संबंधी जानकारी देते हुये एआईजी ने बताया कि उत्तरी अमरीका क्षेत्र के एक अंतरराष्ट्रीय नंबर ( 1-8336101020) से भेजे गए एक ऐसे रिकार्डिड ऑडियों संदेश में पन्नू ने यह दोष लगाते हुये लोगों को भडक़ाया कि केंद्र सरकार और पंजाब सरकार कोविड -19 महामारी के कारण राज्य में चल रहे कफ्र्यू / तालाबन्दी को लागू करने के नाम पर नौजवानों पर कहर ढाह रही है।  ए.आई.जी. ने कहा कि न्यूयॉर्क (यू.एस.ए) के अलग-अलग क्षेत्रों से सम्बन्धित पंजाब के लोगों की टैलिफ़ोन काल पर बातचीत और ऑडियो संदेशों को पहले ही रिकार्ड किया जा रहा है जिससे स्वैकथित संस्था सिख फॉर जस्टिस के अलगाववादी एजंडे को आगे बढऩे से रोका जा सके।किसी मुखबिर की तरफ से रिकार्ड की एक ऑडियों कॉल में पन्नू को वाययस काल के द्वारा एस.एफ.जे. को वोट डालने सम्बन्धी यह कहते सुना गया है कि यदि सुनने वाले संगठन की नीतियों से सहमत हैं तो ‘1’ दबाएं या अगर वह भारत के प्रधान मंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री की नीतियों के साथ सहमत हैं तो ‘2’ दबाऐं। पन्नू पर मौजूदा संकट का फ़ायदा उठाने का दोष लगाते हुये एआईजी ने कहा कि पूरी साजिश का पता लगाने के लिए अगली जांच की जा रही है।

पन्नू, जो दावा करता है कि वह न्यूयार्क(अमरीका) से फ़ोन कर रहा है, को पहले से रिकार्ड बातचीत में यह कहते हुये सुना गया था कि वह एस.एफ.जे. के द्वारा पंजाब के कोविड -19 के हरेक मरीज़ के लिए 2000 रुपए की वित्तीय सहायता देने की बात कही थी।  जि़क्रयोग्य है कि 10 जुलाई, 2019 को भारत सरकार के गृह मामले मंत्रालय ने एस.एफ.जे. को गैरकानूनी ऐसोसीएशन घोषित किया था क्योंकि यह ऐसी गतिविधियों में शामिल पाया गया था जो भारत की अंदरूनी सुरक्षा और जनतक आदेशों के पक्षपात वाले हैं जिससे देश की शांति, एकता और अखंडता को भंग करने की संभावना हो सकती है।इसके अलावा, केंद्र सरकार का विचार था कि एस.एफ.जे. पंजाब और अन्य देश विरोधी और विनाशकारी गतिविधियों में शामिल है, जिसका उद्देश्य भारत की प्रभुसत्ता और क्षेत्रीय अखंडता को भंग करना है। एस.एफ.जे. की आतंकवादी संगठनों और गतिविधियों के साथ भी नज़दीकीयां पाई गई थी और पंजाब में आतंकवाद के हिंसक रूपों की हिमायत कर रहा है जिससे भारत से बाहर सत्ताधारी खालिस्तान बनाया जा सके। 

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