सुखबीर सिंह बादल ने फिरोजपुर के अस्पतालों में वेंटिलेटरों के लिए सासंद निधि कोष से 1 करोड़ रूपए दिए

Sukhbir Badal

मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित बनाने के लिए कहा कि राशन के वितरण के समय किसी से राजनीतिक आधार पर कोई भेदभाव न हो

मुख्यमंत्री से डिप्टी कमिशनरों को यह दिशा निर्देश जारी करने के लिए कहा कि वह कांग्रेसी विधायकों के आदेशों के अनुसार राशन न बांटे

अकाली कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन से मिलकर तथा व्यक्तिगत तौर पर राहत कार्यों में योगदान देने के लिए कहा

चंडीगढ़/29मार्चः शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष तथा फिरोजपुर के सांसद सुखबीर सिंह बादल ने आज घोषणा की कि वह फिरोजपुर संसदीय क्षेत्र के सभी अस्पतालों में एक एक वेंटिलेटर का प्रबंध करने के लिए अपने सांसद निधि कोष से एक करोड़ रूपया देंगे। इसके साथ ही उन्होने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से यह सुनिश्चित करने के लिए अनुरोध किया है कि गरीबों तथा जरूरतमंदों को खाद्य वस्तुएं वितरित करते समय उनके साथ राजनीतिक आधार पर किसी भी तरह का कोई भेदभाव न किया जाए।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी रिपोर्टें सामने आने के बाद कि फिरोजपुर में सभी सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटरों की भारी कमी है, उन्होने अपने सांसद निधि कोष से इन मैडिकल उपकरणों के लिए पैसे देने का निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि यह पैसा डिप्टी कमिशनर को दिया जाएगा, जोकि सभी सरकारी अस्पतालों के लिए वेंटिलेटरों की तत्काल खरीद के प्रबंध को सुनिश्चित करेंगे ताकि यह अस्पताल जरूरत पड़ने पर कोरोना वायरस के मरीजों का अच्छी तरह इलाज कर सकें।

इस दौरान सरदार बादल ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि गरीबों तथा जरूरतमंदों को सूखा राशन वितरित करते समय उनके साथ कोई भेदभाव न किया जाए। उन्होने कहा कि इस तरह की रिपोर्टें आई हैं कि कांग्रेसी विधायक डिप्टी कमिशनरों तथा एसडीएमज् के साथ जाकर उन्हे अपने समर्थकों को राशन बांटने की हिदायतें दे रहे हैं। उन्होने कहा कि राहत कार्यों में ऐसे राजनीतिकरण के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटना शुरू हो गया है तथा वह कांग्रेसियों के विरूद्ध रोष जाहिर कर रहे हैं। उन्होने कहा कि संकट के समय में किए जा रहे ऐसे भेदभाव से राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। उन्होने कहा कि मैं तुमसे आग्रह करता हूं कि सभी डिप्टी कमिशनरों को यह दिशा निर्देश जारी करो कि वह कांग्रेसी विधायकों के आदेशों के अनुसार राशन न बांटे। डिप्टी कमिशनरों को इन राहत कार्यों का राजनीतिकरण नही होने देना चाहिए तथा यह राशन सबसे ज्यादा जरूरतमंदों को बांटना चाहिए। जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने के लिए हेल्पलाइनों तथा समाज सेवी संगठनों की सहायता ले सकते हैं।

अकाली दल अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से इस बात की तरफ ध्यान देने के लिए कहा कि उनके द्वारा की घोषणाओं तथा दिए भरोसों के बावजूद जरूरतमंदों तक राशन नही पहुंच रहा है। इस संबधी लोगों ने रोष प्रदर्शन करने शुरू कर दिए हैं। ऐसा लगता है कि जो राशन सरकार द्वारा लोगों में बांटने के लिए भेजा जा रहा है, उसे बेईमानों द्वारा रास्ते में ही गायब किया जा रहा है। ऐसा भ्रष्ट व्यक्ति किसी भी पद पर क्यों न हो, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

एक अलग संदेश में सरदार बादल ने सभी अकाली विधायकों, हल्का सेवादारों, जिला अध्यक्षों तथा सर्कल अध्यक्षों को गांवों तथा वार्डों में उन गरीब लोगों की पहचान करने के लिए कहा, जिन्हे राशन की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि मिली जानकारी जिला प्रशासन से सांझी की जानी चाहिए तथा इसके साथ ही जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने के लिए उन्हे पार्टी तथा व्यक्तिगत स्तर पर हर संभव प्रयास करने चाहिए।

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