मुख्यमंत्री द्वारा उद्योग और भट्टों को सुरक्षित माहौल देने की शर्त पर प्रवासी मज़दूरों के साथ काम करने की अनुमति दी

Capt Amrinder singh

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आगामी कटाई सीजन को देखते प्रवासी मज़दूरों के ठहरने के प्रबंधों के लिए राधा स्वामी सतसंग ब्यास के साथ भी बात की

चंडीगढ़, 29 मार्च:प्रवासी मज़दूरों की समस्या हल करने और राज्य में कोविड -19 के कारण पैदा हुई स्थिति के दौरान उनको यहाँ से बाहर जाने से रोकने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा है कि राज्य में सभी औद्योगिक यूनिट और ईंटों के भट्टे अपना उत्पादन शुरू कर सकते हैं बशर्ते उनके पास मज़दूरों को सुरक्षित रखने के सभी प्रबंध मौजूद हों।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार ने राधा स्वामी सतसंग ब्यास जिन्होंने पहले ही अपने भवनों को एकांतवास की सुविधा के लिए ऑफर किया है, के साथ भी प्रवासी मज़दूरों के ठहरने के प्रबंध करने के लिए बातचीत की है क्योंकि अगले दो सप्ताह में शुरू होने वाली गेहूँ की कटाई के लिए उनकी ज़रूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि औद्योगिक इकाईयां और भट्टा मालिकों के पास प्रवासी मज़दूरों को रखने के लिए अपेक्षित जगह और भोजन देने का सामथ्र्य है, तो वह अपना उत्पादन शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने इन इकाईयों के मालिकों को इस समय के दौरान सामाजिक दूरी कायम रखने को यकीनी बनाने के लिए कहा।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सभी औद्योगिक इकाईयों में कामगारों के लिए साफ़ -सफ़ाई के सभी एहतियादी कदम पूरी तरह उठाये जाएँ। उन्होंने कहा कि इकाईयों को साझी सहूलतों वाले स्थानों की सफ़ाई और वर्करों के लिए साबुन और खुले पानी के पुख्ता प्रबंध करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रमुख स्थानों पर हाथ धोने की सहूलतें और सैनीटाईजऱ भी उपलब्ध होने चाहिएं।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि देश भर में लाखों की संख्या में प्रवासी मज़दूरों के फंसे होने की रिपोर्टों के मद्देनजऱ यह हिदायतें और विचार-विमर्श किया गया है और यह समस्या कुछ राज्यों की सरहदों पर बड़ी संख्या में ऐसे मज़दूरों के जुडऩे से पैदा हुई है। भारत सरकार ने ख़तरनाक वायरस कोविड -19 के फैलाव को रोकने के लिए राज्यों को लोगों के चलने-फिरने से रोकने के लिए सरहदें सील करने समेत राष्ट्रीय तालाबन्दी की सख्ती से पालना करने के आदेश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फ़ैसला उद्योग /भट्टा मालिकों और कोविड -19 लॉकडाऊन के कारण अपना रोजग़ार और मकान गवा चुके मज़दूरों दोनों के लिए लाभकारी होगा।

कैप्टन अमरिन्दर ने अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुये यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि संकट की इस घड़ी में मज़दूरों, दिहाड़ीदारों आदि समेत कोई भी भोजन और अन्य प्राथमिक ज़रूरतों से खाली न रहे। मुख्यमंत्री के निर्देशों की पालना करते हुये पंजाब के श्रम विभाग ने निजी अदारों के मालिकों जिसमें उद्योग, फ़ैक्टरियाँ, दुकानों और व्यापारिक अदारे आदि शामिल हैं, को अपने कर्मचारियों /कामगारों, खासकर आम और ठेकेदारी कामगारों को नौकरी से न हटाएं और उनके वेतन में कटौती न करने की एडवाइजरी भी जारी की है।

Exit mobile version