कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पुलिस को कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों के साथ पेश आने के मौके पर मानवी और संवेदनशील पहुँच अपनाने के लिए कहा

Curfew

पंजाब के नौजवानों को कफ्र्यू की रोके तोडऩे के लिए भडक़ाने पर एस.एफ.जे. के पन्नू को लताड़ा

डी.जी.पी. द्वारा पुलिस कमीशनरों और जि़ला पुलिस मुखियों को ज़बरदस्ती बरतने को सहन न किये जाने को यकीनी बनाने के आदेश

चंडीगढ़, 26 मार्च:राज्य में कफ्र्यू के अधीन लगाईं गयी रोकों को अमल में लगाने के लिए नागरिक के विरुद्ध ज्य़ादतियों की रिपोर्टों का नोटिस लेते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज पंजाब पुलिस को कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों के प्रति और ज्यादा मानवी और संवेदनशील पहुँच अपनाने के आदेश दिए हैं।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पुलिस मुलाजि़मों को इस मुश्किल स्थिति में अधिक से अधिक संयम बरतने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों से निपटने के मौके पर ख़ास कर ज़रूरी वस्तुएँ लेने के लिए बाहर निकलने वाले व्यक्तियों के मामलो में और ज्य़ादा हमदर्दी भरा व्यवहार अपनाया जाये।

गौर रहे कि पंजाब के कई जिलों से पुलिस की ओर से थोड़ी सख्ती की गई थी। जिसका मुख्य कारण लोग खतरे को न भांपते हुए कफ्यू के दौरान भी घरों से बाहर निकल रहे थे।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों को सज़ा देने की आड़ में शारीरिक मारपीट की इजाज़त नहीं दी जा सकती। उन्होंने डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को पुलिस मुलाजिमों को संवेदनशील होने के लिए हर संभव कदम उठाने के आदेश दिए। इसके साथ ही उन्होंने डी.जी.पी. को कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों से निपटने के मौके कानून को अपने हाथों में लेने वालों को लताडऩे के लिए कहा।

मुख्यमंत्री ने लोगों को घरों में रहने की अपील करते हुये आपात स्थिति की सूरत में हेल्पलाइन नंबरों आदि के द्वारा पुलिस और सिवल प्रशासन के पास पहुँच करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ज़रूरी वस्तुएँ और सेवाओं को घरों तक पहुँचाने के लिए यत्न किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समूचा पुलिस और सिवल प्रशासन दिन-रात काम करने में जुटा हुआ है जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि नागरिकों को किसी तरह की असुविधा या कठिनाई का सामना न करना पड़े।

वहीं दूसरी तरफ सिखज़ फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा जारी किये रिकॉरडिड टैलिफ़ोन संदेश की रिपोर्टों का नोटिस लेते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कफ्र्यू का उल्लंघन करने के लिए पंजाब के नौजवानों को भडक़ाने के लिए उसकी किसी भी कोशिश या कदम को सहन नहीं किया जायेगा। पन्नू के संदेश पर प्रतिक्रिया देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट है कि पन्नू को पंजाबियों की जि़ंदगी की परवाह नहीं है जिसमें उसने उनको (कैप्टन अमरिन्दर सिंह) और डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को भी कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध किसी भी कार्यवाही के लिए गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी गई है।

 इस दौरान डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने कहा कि बड़े स्तर पर पुलिस मुलाजिमों की तरफ से जि़म्मेदारी और सहजता दिखाई गई है परन्तु कुछ मामलों में मुलाजिमों की तरफ से रोके तोडऩे वालों के विरुद्ध ज़बरदस्ती की गई है। श्री गुप्ता ने कहा कि उन्होंने पुलिस कमीशनरों और जि़ला पुलिस मुखियों को हुक्म दिए हैं कि जमीनी स्तर के पुलिस अफसरों को स्पष्ट कर दिया जाये कि शारीरिक मारपीट को बिल्कुल बरदाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी समाज ऐसे दृश्योंं को सहन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि जहाँ भी ज़रूरत हो, उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही के अंतर्गत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। डी.जी.पी. ने कहा,‘‘हम ऐसे कुछ उलट काम करके हमारे द्वारा किये जा रहे नेक कामों पर धब्बा नहीं लगवाना चाहतेे।’’डी.जी.पी. की तरफ से पुलिस को चेतावनी भी दी गई और साथ पुलिस ने गुरूवार को कफ्र्यू और घरेलू एकांतवास का उल्लंघन के दोष के तहत 170 एफ.आई.आर. दर्ज की और 262 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। कुल 170 एफ.आई.आरज़ में से चार घरेलू एकांतवास के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने की हैं जिन में तीन केस संगरूर और एक केस बठिंडा में दर्ज हैं।   

आज तक विभिन्न रैंकोंं पर तैनात 40,153 पुलिस मुलाज़ीम पंजाब के विभिन्न जिलों और पुलिस कमिशनरेट में फील्ड में तैनात हैं जो ज़रूरी सप्लाई की संभाल और कफ्र्यूू लागू करने के लिए काम कर रहे हैं। इनमें 1937 वालंटियर भी शामिल हैं। 

कफ्र्यू का उल्लंघन के सबसे अधिक 38 केस कपूरथला में दर्ज हुए हैं जबकि तरन तारन में 14, जालंधर कमिशनरेट में 14, अमृतसर कमिशनरेट, जालंधर ग्रामीण और फतेहगढ़ साहिब में 13 -13, होशियारपुर में 12, रोपड़ में 11, बरनाला में 9, संगरूर में 7, लुधियाना कमिशनरेट में 6, मानसा, बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब में 3-3, फिऱोज़पुर, खन्ना, मोहाली, बटाला और अमृतसर में 2-2 जबकि मोगा, नवांशहर, पठानकोट और गुरदासपुर में एक-एक केस दर्ज किया है।

अभी तक फरीदकोट, फाजिल्का, लुधियाना और पटियाला जिले में ऐसा कोई केस दर्ज नहीं हैं।डी.जी.पी. गुप्ता ने कहा कि सबसे अधिक कपूरथला में 60 व्यक्ति गिरफ्तार किये गए हैं। इसके अलावा रोपड़ में 30, फतेहगढ़ साहिब में 22, बरनाला में 22, जालंधर ग्रामीण में 17, तरन तारन में 16, जालंधर कमिशनरेट में 14, अमृतसर कमिशनरेट और होशियारपुर में 12 -12, संगरूर में 11, गुरदासपुर, मोहाली और श्री मुक्तसर साहिब में 7-7, लुधियाना कमिशनरेट में 6, मानसा में 5, बठिंडा में 4 और खन्ना, बटाला और फिऱोज़पुर में 2-2 और नवांशहर में एक को गिरफ्तार किया गया।

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