सरबत का भला ट्रस्ट की ओर से पंजाब यूनिर्वसिटी लाहौर में होगी गुरु नानक चेयर स्थापित

पाक में बनने वाले सर्वधर्म म्यूजियम में सिख धर्म के सारे हिस्सा का खर्च उठाएगा ट्रस्ट- ओबराए

करतारपुर सहिब में लंगर की सेवा के लिए दुबई से भेजी जाएगी अति आधुनिक मशीनें
गुरदासपुर। पंजाब यूनिवर्सिटी लाहौर में सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से गुरु नानक चेयर स्थापित की जा रही है। जिसमें बनने वाली रिसर्च सेंटर में जहां गुरु नानक साहिब की वाणी में उनकी शिक्षाओं के फलसफे पर खोज करने के साथ-साथ गुरुवाणी के प्रचार व प्रसार के लिए समय सिर सेमिनार व विचार गोष्ठी भी करवाई जाएंगी। यह जानकारी अपने पाकिस्तान दौरे से वापस भारत पहुंचे डॉक्टर एसपी सिंह ओबराय ने दी।

उन्होने बताया कि ट्रस्ट की ओर से इस कार्य के लिए एक निश्चित रकम बैंक में फिक्स करवा दी जाएगी। जिसका वार्षिक ब्याज जो करीब 35 से 40 लाख रुपए बनेगा उसको इस कार्य के अलावा आर्थिक पक्ष से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देने के लिए खर्च किया जाएगा। जिसका सारा लेखा-जोखा यूनिवर्सिटी द्वारा ट्रस्ट को दिया जाएगा।

डॉक्टर ओबरॉय ने बताया कि पाकिस्तान में वहां की पंजाब सरकार द्वारा प्रमुख 8 धर्मों के स्थापित किए जा रहे म्यूजियम में बनने वाली गैलरी में जो सिख धर्म की गैलरी बनेगी उसमें रखे जाने वाले प्रत्येक तरह के था जो समान का समूचा खर्च भी ट्रस्ट द्वारा उठाया जाएगा।

उक्त सभी कार्यों के लिए उन्होंने अपने पाकिस्तान दौरे दौरान पंजाब के गवर्नर मोहम्मद सरवर के इलाहाबाद चेयरमैन गुरुद्वारा सुधार कमेटी वाइस चांसलर पंजाब यूनिवर्सिटी लाहौर फैक्ट्री इंफॉर्मेशन टूरिज्म आईटीआई जॉइंट फैक्ट्री पीटीआई फ्रूक अरशद समेत अन्य सीनियर उच्च अधिकारियों के साथ विस्तार से मुलाकात करके पूरी योजना तैयार कर ली गई है।

ओबराए ने बताया कि इसी के साथ साथ सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट जल्द ही गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान में लंगर की सुविधा के लिए आटा गूदने, रोटी पकाने वाली दुबई में तैयार हुई ​अति आधुनिक सुविधा से लैस मशीन भेजेगी। इसके इलावा बर्तन साफ करने वाली मशीन भी भेजी जाएगी। गुरद्वारा करतारपुर साहिब में इन मशीनों के लगने के बाद ट्रस्ट द्वारा जल्द ही ननकाना साहिब और पंजा साहिब में भी यह मशीनें उपलब्ध करवाई जाएगी।


उन्होंने बताया कि इन मशीनों को सही ढंग से इस्तेमाल में लाने के लिए ट्रस्ट द्वारा अपने खर्च पर चार लोगों को दुबई ले जाकर टेक्निकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जिससे सभी गुरुद्वारा साहिब में पूरी मर्यादा के अनुसार लंगर तैयार हो सकेगा।

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