बालाकोट पर एयर स्ट्राईक करने वाले वायुसेना के जांबाजों को देश का सलाम-कुंवर विक्की

शहीद परिवारों ने बालाकोट एयर स्ट्राईक की पहली बरसी बैठक कर किया पुलवामा शहीदों को नमन

दीनानगर (गुरदासपुर) 26 फरवरी । पिछले साल पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए फिदायीन हमले में शहादत का जाम पीने वाले सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत का बदला भारतीय वायुसेना ने हमले के 12 दिनों के बाद पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राइक कर आतंकी शिविरों को धवस्त कर व आतंकियों को मारकर लिया था। बालाकोट पर हुई एयर स्ट्राईक की पहली बरसी को आज सारे देश निवासियों नेै एक जश्न के रुप में मनाया। उसी कड़ी में बुधवार को पुलवामा हमले में शहादत का जाम पीने वाले कांस्टेबल मनिंदर सिंह के घर शहीद परिवारों की बैठक हुई। जिसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की विशेष तौर पर शामिल हुए। 

बैठक को संबोधित करते हुए कुंवर रविंदर विक्की ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत का बदला भारतीय वायुसेना ने 26 जुलाई को पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राईक कर लिया था तथा पाकिस्तान को यह संदेश दिया था कि अगर वह हिंदोस्तान की तरफ आंख उठाकर भी देखा गया तो वह पाकिस्तान की शह में पल रहे आतंकियों को अंदर घुसकर मारेंगे। उन्होने कहा कि पुलवामा हमले के बाद शहीद हुए 40 जवानों के परिवार बिल्कुल टूटकर रह गए थे। मगर वायुसेना ने बालाकोट पर एयर स्ट्राइक कर इन शहीद परिवारों के रिस्ते जख्मों पर मरहम लगाई थी। आज सारा देश वायुसेना के सभी जांबाजों के शौर्य को सलाम कर रहा है। उन्होने कहा कि अगर आतंक के पौषक पाकिस्तान ने आतंकियों को शह देना बंद न किया तो भारतीय सेना एक दिन उसका नाम विश्व के नक्शे से मिटा देगी। 

बार-बार होनी चाहिए पाक पर बालाकोट जैसी एयर स्ट्राइक-सतपाल अत्तरी

पुलवामा हमले में शहीद हुए कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्तरी ने नम आंखों से कहा कि बेटे की शहादत के बाद वह जिंदा लाश बनकर रह गए थे। मगर उस हमले के 12 दिनों बाद वायुसेना द्वारा बालाकोट पर की गई एयर स्ट्राईक से उनका मनोबल बढ़ा था। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो उस पर बार-बार बालाकोट जैसी एयर स्ट्राईक होती रहनी चाहिए। इस मौके पर शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही रंधीर सिंह के पिता सुखविंदर सिंह, शहीद सिपाही कुलदीप कुमार के पिता बंत राम, शहीद सिपाही मनदीप कुमार के पिता नानक चंद व शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह की बहन शबनम आदि उपस्थित थे।

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