डीजीपी और भारत भूषण आशु की बर्खास्तगी को लेकर ‘आप’ ने ठप्प की सदन की कारवाई प्रश्नकाल शुरू होते ही हरपाल सिंह चीमा ने उठाया मुद्दा

Aam Aadmi Party

‘आप’ विधायकों ने स्पीकर के समक्ष नारेबाजी के साथ-साथ की किया जबरदस्त रोष प्रदर्शन 


तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित कर अंत में स्पीकर को मंगलवार तक उठाना पड़ा सदन .पह


चंडीगड़, 24 फरवरी । आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु और डीजीपी दिनकर गुप्ता को बर्खास्त करने की मांग को लेकर सदन की कार्यवाही ठप्प करके रखी। स्पीकर राणा केपी सिंह को तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी व अंत में स्पीकर को सदन मंगलवार तक उठाना पड़ा।  

सोमवार दोपहर बाद जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने डीजीपी दिनकर गुप्ता की ओर से श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के संदर्भ में दिए विवादग्रस्त बयान और कैबिनेट मंत्री भारत भूषण पर पुलिस अधिकारी बलविन्दर सेखों की साठगांठ संबंधी मुद्दा उठाया गया।

भारत भूषण आशु और डीजीपी दिनकर गुप्ता की बर्खास्तगी की हरपाल सिंह चीमा की तरफ से उठाई गई मांग जब स्पीकर ने अनसुनी कर प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करवाने की कोशिश की तो ‘आप’ के विधायकों ने स्पीकर के समक्ष आ कर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। जिनमें कुलतार सिंह संधवां, प्रिंसीपल बुद्ध राम, प्रो. बलजिन्दर कौर, अमन अरोड़ा, सरबजीत कौर माणूंके, मीत हेयर, रुपिन्दर कौर रूबी, मास्टर बलदेव सिंह, मनजीत सिंह बिलासपुर और कुलवंत सिंह पंडोरी शामिल थे।

 बेशक स्पीकर राणा केपी सिंह ने सदन के प्रमुख अर्थात मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सदन में गैर मौजूदगी का हवाला देकर सदन की कार्यवाही में सहयोग मांगा परंतु ‘आप’ विधायकों ने भारत भूषण आशु को कैबिनेट से बाहर निकालने और ग्रिफतार करने के साथ-साथ डीजीपी दिनकर गुप्ता को तुरंत पद से हटाने की मांग पर अड़े रहे और सदन की कार्यवाही चलने नही दी, जिस कारण स्पीकर को तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

 हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आंतकवाद खत्म करने का दावा करने वाली कांग्रेस की अपनी कैबिनेट में आतंकवादी बैठा है, जिस की डीएसपी सेखों ने दस्तावेजों के साथ पोल खोल दी है। इस लिए कैप्टन भारत भूषण आशु को बर्खास्त करके ग्रिफतार किए जाए। मीडिया से बातचीत करते हुए हरपाल सिंह चीमा ने डीजीपी दिनकर गुप्ता की तरफ से श्री करतारपुर कॉरिडोर संबंधी दिए बयान को सोची समझी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जा कर डीजीपी दिनकर गुप्ता की तरफ से यह कहना कि श्री करतारपुर साहिब में इतनी गुंजाईश है कि वह श्रद्धालू को वहीं (पाकिस्तान) 6 घंटों में आतंकवादी बना सकता।

यह टिप्पणी समूची नानक नाम लेवा संगत पर आतंकवादी होने का शक पैदा करती है और सिक्खों की दुनिया भर में अक्स खराब करता है, जिस को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। क्योंकि डीजीपी जैसे जिम्मेदार अधिकारी की यह टिप्पणी भाईचारक को तोडऩे वाली है और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।

इस से पहले ‘आप’ विधायकों ने विधान सभा के मुख्य दरवाजे के समक्ष धरने पर बैठ कर भारत भूषण आशु और डीजीपी दिनकर गुप्ता की बर्खास्तगी की मांग की। 

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