कैप्टन ने की प्रधानमंत्री से अपील, टिड्डी दल के हमले का मामला पाक सरकार के पास उठाए प्रधानमंत्री मोदी

कैप्टन अमरेन्दर सिंह

चंडीगढ़, 28 जनवरी । राजस्थान की सरहद के साथ लगते दक्षिणी पंजाब के पड़ोसी इलाकों में टिड्डी दल द्वारा फसलों पर किये हमले पर चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को केंद्रीय विदेश मंत्रालय और पाकिस्तान स्थित भारतीय हाई कमीशन को पाकिस्तान सरकार के पास टिड्डी दल का मुद्दा तुरंत उठाने के निर्देश देने की अपील की क्योंकि यह दल पड़ोसी मुल्क से उत्पन्न हो रहा है।

प्रधान मंत्री को लिखे एक पत्र में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हाल ही में राजस्थान में फसलों पर टिड्डी दल का लगातार हमला हुआ है। इस टिड्डी दल की काफ़ी संख्या दक्षिणी पंजाब के पास के इलाकों में भी दाखि़ल हो गई है। उन्होंने लिखा, ‘‘हालाँकि, राजस्थान इस टिड्डी दल के हमले पर काबू पाने के लिए अपेक्षित कार्यवाही कर रहा है। इसके कंट्रोल की सबसे बढिय़ा विधि इसके प्रजनन क्षेत्र का उपयुक्त बंदोबस्त करना है, जो संयोग से पाकिस्तान के साथ लगते मरूस्थल क्षेत्र में पड़ता है।’’मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को सीधे तौर पर पाकिस्तान सरकार के पास उठाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और टिड्डी दल के प्रजनन क्षेत्रों को साफ़-सुथरा बनाने के लिए प्रभावशाली कदम उठाने के लिए भी ज़ोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की फूड एंड एग्रीकल्चर आर्गेनाइजेशन (एफ.ए.ओ.) जोकि वैश्विक स्तर पर टिड्डी दल को कंट्रोल करने के लिए काम करती है, को भी टिड्डी दल के प्रजनन को कंट्रोल करने के लिए पाकिस्तान में प्रभावशाली कदम उठाने के लिए कहा जा सकता है जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि फसलों की तबाही करने वाला यह ख़तरनाक दल पैदा ही न हो।

उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर इस महामारी के फैलाव पर काबू पाने सम्बन्धी कीटनाशकों के छिडक़ाव के लिए आधुनिक प्रौद्यौगिकी, हैलीकॉप्टरों और ड्रोनों का प्रयोग करके प्रभावशाली टिड्डी नियंत्रण विधि को आपनाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने आगे सुझाव दिया कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय को एफ.ए.ओ. के साथ तालमेल करना चाहिए जिससे प्रजनन क्षेत्रों को साफ़-सुथरा बनाया जाये और नियंत्रण अधीन लाया जाये।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने चेतावनी दी कि यदि टिड्डी दल के हमलों को न रोका गया तो भारत ख़ास तौर पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात राज्यों के कृषि उत्पादन पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है जिससे वस्तुओं की कीमतें और खाद्य सुरक्षा भी प्रभावित होगी।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर कृषि विभाग ने पहले ही दक्षिणी पंजाब के प्रभावित हिस्सों में विशेष निगरानी और सर्वेक्षण के लिए कई टीमों को इस समस्या से निपटने के लिए तैनात किया है। यह टीमें राजस्थान की सरहद के आस-पास बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब और फाजिल्का जिलों का निरंतर सर्वेक्षण कर रही हैं।इसके अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव (विकास) विसवाजीत खन्ना मौजूदा हालात का जायज़ा लेने और टिड्डी दल से पैदा हुई किसी भी असुखद हालात से निपटने के लिए बहु-आयामी रणनीति तैयार करने के लिए अबोहर और आस-पास के इलाकों का भी व्यापक दौरा कर रहे हैं।

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