सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ कन्वेंशन तथा रोष मार्च

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गुरदासपुर। गुरुवार को सीपीआई,  सीपीआई (एमएल), कम्यूनिस्ट पार्टी (लिब्रेशन), आरएमपीआई व निक संग्राम मंच समेत नौ वामपंथी पार्टियों पर आधिरत बने फासीवादी हमलों विरोधी मोर्चे के नेतृत्व में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को वापिस कराने, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (​एनपीआर) को धोखे भरे तरीके से लागू करने के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ शहर में रोष प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद राम सिंह दत्त यादगारी हाल में कन्वेशन की गई। जिसका नेतृत्व कामरेड बलबीर सिंह कत्तोवाल, सतिबीर सिंह सुलतानी, सुखदेव सिंह भागोकावां, जसवंत बुट्टर व मा. गुरचरण सिंह ने किया। 

कन्वेशन को संबोधित करते हुए प्रिसिपल, कुलविंदर सिंह, गुरमीत सिंह बख्तपुरा, मा. रघबीर सिंह पकीवां व अशोक भारती ने कहा कि मोदी सरकार ने धर्म आधारित नागरिकता संशोधन कानून बनाने के पीछे एनआरसी व अब सीपीआर लाने के मनसूबों से साफ जाहिर हो रहा है कि देश की अल्प संख्यक मुस्लिम भाईचारे को राजनीतिक निशाना बनाने की साजिशें चल रही है। जिसके बाद दलितों व कम्यूनिस्टों को टारगेट किया जाएगा ताकि देश में हिंदू राष्ट्र बनाने के आरएसएस के इरादों को पूरा किया जा सके। लेकिन मोदी-शाह के इस फासीवादी हमले से हिंदूओं समेत देश का कोई भी आम वर्ग नहीं बच सकेगा। आज जब दे में बेरोजगारी 45 वर्षो के ऐतिहास को मात दे गई है। महंगाई पिछले साढ़े पांच वर्ष का रिकार्ड तोड़ चुकी है। रुपए की कीमत लगातार गिर रही है। देश में 70 फीसदी धन-जायदाद एक फीसदी लोगों के पास रह चुका है। देश में बलात्कारों की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है। शिक्षा व स्वास्थ सेवाओं का निजीकरण हो चुका है ताकि लोगो का ध्यान भटकाया जा सकें। इस मौके पर संतोख सिंह, तरलोक सिंह, बलबीर सिंह रंधावा, नीलम घुमाण, सुबेग सिंह, रणजीत सिंह, जोगिंदर पाल, विजय कुमार सोहल, ठाकुर ध्यान सिंह, नरिंदर सिंह, मनजीत राज आदि उपस्थित थे।

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