गरीबी से जूझ रही मुक्केबाज को कैप्टन ने कहा -कोई चिंता न करो, बस ओलंपिक की तैयारी में जुट जाओ

Boxer Simranjeet Kaur

जगराओं। गरीबी के बावजूद एक के बाद एक के बाद एक कामयाबी हासिल कर रही और ओलंपिक के लिए क्‍वालीफाई करने वाली पंजाब की महिला मुक्‍केबाज सिमरनजीत काैर का बड़ा आश्‍वासन मिला है। बेरोजगारी से जूझ रही खिलाड़ी के ट्वीट के बाद मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने सिमरजीत को हर चिंता को छोड़ कर ओलंपिक की तैयारी में जुट जाने को कहा है।

सिमरनजीत की आर्थिक हालत खराब होने का पता चलने के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अफसरों को इस मामले को देखने के आदेश दिए हैं। इसके बाद सिमरनजीत के परिवार को आर्थिक हालात सुधरने की आस बंधी है।

मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह का आश्वासन मिलने के बाद अब परिवार को अच्छे दिन का इंतजार है। सिमरनजीत की मां का कहना था कि पिछले दस वर्षों से उनकी बेटी ने पंजाब का नाम रोशन किया है। तमाम उपलब्धियां हासिल करने के बाद भी खेल विभाग ने कभी कोई सुध नहीं ली। मां ने बताया कि मुक्केबाज सिमरनजीत ही परिवार की रोजी रोटी का साधन है।

सिमरनजीत 3 फरवरी, 2020 को चीन में होने वाली एशियाई मुक्केबाजी मुकाबलों और उसके बाद ओलंपिक में भाग लेने की तैयारी कर रही है। उन्होंने सरकार से अपील की कि उनके परिवार की आर्थिक तंगी दूर की जाए। बता दें कि सिमरनजीत आजकल दिल्ली में ट्रेनिंग कैंप में है और चीन में होनी वाली चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

सिमरनजीत कौर की खराब आर्थिक हालत को वायरल एक ट्वीट के जवाब में मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि- ‘ चिंता की कोई बात नहीं है। तुम फरवरी में चीन में होने वाली प्रतियोगिता व ओलंपिक पर पूरा ध्यान केंद्रित करो। सिमरनजीत तुस्सीं पंजाब दा मान हो और खेलों में कमाल प्रदर्शन करके आपने पंजाब का नाम रोशन किया।’ उन्होंने ट्वीट के माध्यम से ही सेक्रेटरी स्पोर्ट्स को मामले की जांच करने के निर्देश देते हुए इस मुद्दे को गंभीरता से देखने और मदद करने को कहा तथा सोशल मीडिया तथा मीडिया का भी धन्यवाद किया।

विश्व मुक्केबाजी की विजेता सिमरनजीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्वीट से उन्हें नौकरी की उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरी मेहनत व मेरी बेरोजगारी के दर्द को समझा है। मुझे उम्मीद है कि साल 2020 में मेरी किस्मत खुलेगी और मेरी पढ़ाई व खेल योग्यता अनुसार कोई नौकरी मिल जाएगी। सिमरनजीत ने कहा, ‘ मुक्केबाजी में विश्व कीर्तिमान बनाने के बावजूद मैं बेरोजगार हूं। मुझे केवल पदक ही मिले कोई और मदद नहीं मिली। मेरे परिवार में कमाने वाला कोई नहीं जबकि खाने वाले पांच सदस्य है। ऐसे में स्पांसरर्स के पैसों से परिवार का पेट भरना पड़ रहा है। उम्मीद है कि सरकार से अब डीएसपी रैंक से ऊपर की नौकरी मिलेगी।’ उन्होंने सुध लेने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया।

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