मुआवजा व नौकरी की मांग को लेकर परिवार का दो यूनियन को साथ लेकर सिविल अस्पताल में धरना

एसएमओ के आश्वासन के बाद उठा धरना

,गुरदासपुर,28 जून (मनन सैनी)।  सिविल अस्पताल गुरदासपुर की आइसोलेशन वार्ड में तैनात सफाई कर्मचारी लखविंदर मसीह की कोरोना से मौत होने के बाद परिवार सरकार से मुआवजा देने व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़ा हुआ है। इस मांग को लेकर सोमवार को मृतक के परिवारिक सदस्यों के साथ सफाई कर्मचारी यूनियन व पंजाब सुबार्डीनेट सर्विसेज यूनियन ने संयुक्त रुप में सिविल अस्पताल में धरना दिया। मृतक की पत्नी सुखजीत ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल के स्टाफ द्वारा उसके पति लखविंदर का सही तरीके से इलाज नहीं किया गया और लापरवाही दिखाते हुए उसे अमृतसर रेफर कर दिया। जिस कारण उसे समय पर इलाज न मिलने के चलते उसकी मौत हो गई। उधर धरने के दौरान एसएमओ डा.चेतना द्वारा प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक कर आश्वासन देते हुए कहा कि मृतक लखविंदर की फाइल बनाकर सिविल सर्जन डा.हरभजन राम मांडी को भेज दी गई है। वह इनकी फाइल सरकार के पास पहुंचाएंगे। यहां इनको बनता मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। जिसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया।

परिजनों का कहना है कि 19 जून को लखविंदर मसीह (35) पुत्र जोगिंदर निवासी आलीनंगल की रैपिड रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। इसके बाद उसे 20 जून को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया।हालत ज्यादा खराब होने पर उसे मेडिकल कालेज अमृतसर में रेफर कर दिया गया। यहां 27 जून को इलाज के दौरान लखविंदर की मौत हो गई। परिवार की मांग है कि पंजाब सरकार की हिदायतों पर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज इंश्योरेंस स्कीम फॉर हेल्थ वर्कर्स कोविड-19 के अनुसार कर्मचारी को बनता मुआवजा या अन्य वित्तीय लाभ दिया जाता है।

इसी मांग को लेकर मृतक की पत्नी सुखजीत व सफाई कर्मचारियों ने गत रविवार को सिविल अस्पताल में मुआवजा देने की मांग को लेकर रोष व्यक्त किया था। रविवार को तो छुट्टी होने के चलते कोई सुनवाई नहीं हुई है,लेकिन सोमवार को सफाई कर्मचारी यूनियन व पंजाब सुबार्डीनेट सर्विसेज यूनियन के साथ मिलकर मृतक के परिवारिक सदस्यों ने धरना लगा दिया। जिस पर मृतक की फाइल बनाकर एसएमओ ने सिविल सर्जन को भेजकर सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना उठा लिया। इस मौके पर अनिल कुमार,प्रेम कुमार,सतनाम सिंह, चैंचल सिंह, रविंदर मसीह, बीर सिंह, नेक राज,मक्खन कोहाड़ आदि उपस्थित थे।

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