अमरीका-ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र को कहा‘‘इंतज़ार और देखने का समय नहीं है, खाड़ी देशों में भारतीयों की सुरक्षा के लिए तुरंत कदम उठाओ’’

कैप्टन अमरेन्दर सिंह

देश लौटने के इच्छुक खाड़ी मुल्कों के पंजाबियों और सिखों को राज्य सरकार द्वारा हर प्रकार का सहयोग देने का विश्वास दिलाया

चंडीगढ़, 5 जनवरी:अमरीका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने रविवार को केंद्र सरकार से अपील की कि खाड़ी मुल्कों में रहते 10 मिलियन भारतीयों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए तुरंत कारगर कदम उठाए जाएँ।विदेश मंत्रालय द्वारा पूरी स्थिति पर नजऱ रखी जाने के दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अमरीका और ईरान द्वारा हमले और जवाबी हमले करने की दी जा रही चेतावनियों को देखते हुए भारत केवल इंतज़ार और देखने या सिफऱ् स्थिति पर नजऱ रखने का जो$िखम नहीं उठा सकता।

मुख्यमंत्री ने यह बात ज़ोर देकर कही कि भारत सरकार को चाहिए कि वह तुरंत इस क्षेत्र में स्थित भारत के दूतावासों को वहां बसे भारतीयों के साथ संपर्क बनाने सम्बन्धी निर्देश जारी करे और संकट की इस घड़ी में वहां रहते भारतीयों को हर संभव सहायता मुहैया करवाई जाये। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अमरीका के अलावा ब्रिटेन जैसे अन्य देशों की तरफ से अपने नागरिकों को बाहर निकालने की तैयारी की जा रही है और ज़रूरत पडऩे पर केंद्र सरकार को मौजूदा स्थिति में भारत वापस आने की इच्छा रखने वाले सभी भारतीयों को ऐसी स्थिति से बाहर निकालने की योजनाएँ तैयार करके अमल में लाने की ज़रूरत है।

कैप्टन अमरिन्दर ने आगे कहा कि खाड़ी क्षेत्र की भारत के साथ लगती सरहद के मद्देनजऱ इस मामले में बिना किसी देरी के केंद्र सरकार का दख़ल ज़रूरी है और पश्चिमी एशियाई मुल्कों के साथ-साथ वहां बसती भारतीय आबादी को सुरक्षित बाहर निकालने सम्बन्धी ज़रुरी दिशा निर्देश जारी करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि इस टकराव के मद्देनजऱ सहमति के कोई संकेत नहीं मिल रहे और स्पष्ट तौर पर ऐसी गंभीर स्थिति में खाड़ी क्षेत्रों को तुरंत छोड़ देना भारतीयों के हित में होगा।

खाड़ी मुल्कों में बड़ी संख्या में रहते पंजाबी और सिख भाईचारे की जनसंख्या का हवाला देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आगे कहा कि उनकी सरकार द्वारा वापस सुरक्षित देश लौटने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को हर तरह की मदद मुहैया करवाई जायेगी। पंजाब सरकार के अधिकारी वहां रहते भाईचारे के लोगों के साथ सीधे तौर पर संपर्क में हैं और उनको मदद की कोई भी अपील करने के जवाब में तुरंत हरकत में आने की हिदायत दी गई है।—–

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