अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति की ओर से इस्तेमाल की गई दवा अब गुरदासपुर जिले में उपलब्ध

बढ़ रहे मौत के आंकड़ो पर रोक लगाने में गेम चेंजर साबित हो सकती है कोविड़ एंटीबोडी काॅकटेल दवा

गुरदासपुर के माहिर डाक्टरों ने सिपला की ओर से आयोजित मेडिकल सैशन के दौरान दवा संबंधी जानकारी हासिल की

गुरदासपुर, 3 मई (मनन सैनी)। कोविड़ संक्रमण के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ली गई दवा अब जिला गुरदासपुर में उपलब्ध हो गई है। यह दवा एक रेडीमेड इम्यूनिटी है , जिससे इस महामारी में बढ़ रहे मौत के आंकड़ो पर अंकुश लगाने में  अहम भूमिका अदा करते हुए गेम चेंजर साबित हो सकती है। 

दवा कंपनियों सिप्ला की ओर से 24 मई को लाॅच की गई कोरोनावायरस एंटीबॉडी कॉकटेल दवा संबंधी उनका दावा है कि यह गैर-अस्पताल (होम आईसोलेशन) में भर्ती मरीजों के लिए है, जो संक्रमित पाए जाने पर हाई रिस्क मरीजों में शुमार है। इस संबंधी सिपला कंपनी की ओर एक ऑनलाईन मेडिकल सैशन कर जिले के प्रमुख एवं माहिर डाक्टरों को दवा संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाई गई तथा उसके इस्तेमाल एवं उसकी गुणवत्ता संबंधी भी जानकारी दी गई। 

कंपनी के डाक्टर वैशाली, डॅा अंकिता एवं सुशांत जोशी ने इस मौके पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि एंटीबॉडी कॉकटेल उपचार होम आईसोलेशन के दौरान हलके से मध्य संक्रमित मरीज जो हाई रिस्क में आते है के लिए बेहद कारगार है। यह दवा मरीज को अति गंभीर अवस्था में पहुंचने से रोकती है। यह दवा वयस्क या  12 वर्ष के बच्चों या उससे अधिक आयु के होने चाहिए और उनका वजन कम से कम 40 किलोग्राम होना चाहिए।

यह उच्च जोखिम वाले रोगियों को उनकी स्थिति खराब होने से पहले अस्पताल में भर्ती से से पहले ठीक होने में मदद करती है तथा मृत्यु के जोखिम को 70 प्रतिशत तक कम करती है। इसी के साथ साथ यह दवा लक्षणों की अवधि को चार दिनों तक कम करता है। इसलिए रोगी का चयन करना और प्रारंभिक शुरुआत में ही इसे उपलब्ध करवाना महत्वपूर्ण है ताकि वह गंभीर या अति गंभीर अवस्था में न पहुंचे। उन्होने बताया कि हाई रिस्क मरीजों में 60 वर्ष के साथ मोटापा, उच्च रक्तचाप सहित हृदय रोग, अस्थमा सहित पुरानी फेफड़ों की बीमारी, मधुमेह, किडनी रोग, डायलिसिस पर रहने वालों, जिगर की बीमारी वाले आते है। 

इस मौके पर गुरदासपुर के माहिर डाक्टर डॉ के एस बब्बर, डॉ मनजिंदर बब्बर, डीएमसी डॉ रोमी सहित कई अन्य डाक्टरों ने दवा संबंधी, उसके दाम संबंधी अपनी शंकाए व्यक्त कर सवाल उठाए और जानकारी हासिल की।  वहीं गुरदासपुर के सिवल सर्जन डाॅ हरभजन माडी, एसएचओं डाॅ चेतना, डाॅ प्रभजोत कलसी, डाॅ विजय, समस्त जिले के एसएमओं इसमें मौजूद रहे।

डीसी इश्फाक ने की राजनेता, समाज सेवी संस्थाओं से आगे आने की अपील बढ़ चढ़ कर करें सहयोग, हो सके तो लगाएं एंटी बोडी काकटेल दवा के लंगर  

वहीं डिप्टी कमिश्ननर मोहम्मद इश्फाक ने द पंजाब वायर से बातचीत करते हुए बताया कि उनके लिए हरेक जान बेहद कीमती है तथा इसके लिए प्रशासन ने उक्त पहल कदमी के बाद एक अन्य कदम बढ़ाया है। उनका मानना है कि गुरदासपुर​ जिले के लोग भी चंडिगढ़ में मिलने वाला इलाज गुरदासपुर में ही पाने के हकदार है। जिसके लिए उन्होनें रैड़क्रास सोसायटी की तरफ से हाल ही में एंटी बार्डी काकटेल ड्रग कि चार डोज मंगवाई है। जिसकी बाजार में कीमत 60 हजार रुपए प्रति डोज है। यह एक रेडिमेड इम्यूनिटी है। परन्तु रैड़क्रास के जरिए उन्हें यह निर्धारित रेट पर यह प्राप्त हुई है। यह दवा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ले चुके है। 

डीसी मोहम्मद इश्फाक

उन्होनें कहा कि यह डोज हाईरिस्क, शूगर के संक्रमितों के लिए काफी लाभदायक हो सकती है। क्योंकि देखा गया है कि मरने वालों में सबसे अधिक शूगर, हायपरटेंशन इत्यादि गंभीर बिमारी से गस्त मरीज होते है। यह दवा संक्रमित पाए जाने के 96 घंटे के अंदर अंदर अगर ली जाती है तो मौत होने की संभावना बेहद कम हो जाती है। जिसके चलते जिला प्रशासन की ओर से फिलहाल अभी चार डोज मंगवाई गई है।

डीसी इश्फाक ने ​बताया कि उक्त दवा का दाम ज्यादा जरुर है। परन्तु लोगों के सहयोग से इस मुहिंम को चलाया जाएगा, जिसके लिए जिले में कोविड़ राहत फंड के जरिए समाज सेवीं संस्थाएं, लोगों एवं राजनेताओं से अपील की जाएगी कि वह इस दवा को जरुरमंदों को लगवाए। उन्होनें कहा कि गरीबों के लिए यह दवा कम कर उपलब्ध करवाई जाएगी। वहीं जो लोग खुद इस दवा को लगवा सकते है वह भी इसे लगवाने का प्रयास करें। जबकि समाजसेवीं संस्थाएं, राजनेता इस दवा के लंगर तक लगाने का प्रयास करें ताकि अमुल्य जानों को समय रहते बचाया जा सके। उन्होनें बताया कि लोग अपने जन्मदिवस पर कुछ राशी देकर रैड़क्रास की मदद कर रहे है ताकि कोरोना से होने वाली मौतों से बचाव हो सके। 

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