संयुक्त किसान मोर्चा ने लॅाक डाऊन का विरोध कर शहर में निकाला रोष मार्च, शांतिपूर्वक संपन्न हुआ प्रदर्शन

ना व्यापार संगठनों का मिला साथ, ना ही किसानों की ओर से जबरन दुकानें खुलवाने का किया गया प्रयास 

गुरदासपुर, 8 मई (मनन सैनी)। पंजाब सरकार की ओर से लगाए गए लाकडाऊन के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से शहर में रोष मार्च निकाला गया। हालाकि इस मार्च के दौरान मोर्चे को व्यापारिक संगठनों का कोई साथ नही मिला और न ही किसी गैर जरुरी वस्तुओं वाले ने दुकानें खोली। वहीं रोष प्रर्दशनकर्ताओं की ओर से भी जबरन किसी भी दुकानदार की दुकान खुलवाने का प्रयास ​नही किया । इस रोष प्रर्दशन के दौरान इस बार पुलिस बल पहले से ज्यादा मात्रा में प्रर्दशन स्थल पर मौजूद रहा। 

प्रर्दशन की अध्यक्षता मक्खन सिंह कोहाड़, सुखदेव सिंह भागोकावां, तरलोक सिंह बहरामपुर, एसपी सिंह गोसल, गुरदीप सिंह, अमरजीत सिंह सैनी, कर्म सिंह, बलबीर सिंह रंधावा, राज कुमार पंडोरी, अजीत सिंह हुंदल, जगीर सिंह आदि ने की। इससे पहले किसान नेहरु पार्क में एकत्र हुए।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि कोरोना एड्स, डेंगू, टीबी, कैंसर व पीलियो आदि जैसी बिमारी है। इन बीमारियों पर यदि रोक लगी है तो वो केवल वैज्ञानिकों एवं डाक्टरों के इलाज से सही संभव हो पाया है। इसलिए लॅाकडाऊन कोरोना बीमारी का कोई समाधान नहीं है। पहले भीलाकडाऊन की वजह से मजदूरों, दुकानदारों व अन्य कारोबारियों की भारी तबाही हुई थी, मगर कोरोना खत्म नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह लॉकडाउन लगाने की बजाए आक्सीजन सिलेंडरों, वेंटिलेटरों, वेक्सीनेशन व डाक्टरों की कमी को दूर करें।

उन्होंने दुकानों व बाजार बंद करने का कड़ा विरोध किया और कहा कि भले ही पंजाब सरकार ने सोमवार से तीन बजे तक दुकान खोलने के आदेश दिए है, मगर यह पूरा दिन दुकान खुलनी चाहिए। क्योंकि गर्मी ज्यादा होने के कारण लोग शाम को घरों से बाहर निकलते है। उन्होंने कहा कि शनिवार व रविवार को कोरोना नहीं आता है और न ही रात को कर्फ्यू लगाने से भागता है। यह सिर्फ किसान आंदोलन को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। इस मौके पर सविंदर सिंह कलसी, पलविंदर सिंह, नरिंदर सिंह, मनमोहन छीना, हीरा सिंह सैनी, बलबीर सिंह आदि ने भी संबोधित किया।

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