हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आई महिला बुरी तरह झुलसी, डाक्टरों ने अमृतसर किया रेफर

उधर परिवारिक सद्स्यों व गांव के लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ किया रोष प्रदर्शन,

गुरदासपुर, 22 फरवरी (मनन सैनी)। गुरदासपुर के गांव अबुलखैर में घर के ऊपर से गुजरती 11 हजार हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आने से एक महिला बुरी तरह से झुलस गई। जैसे गंभीर अवस्था में सिविल अस्पताल गुरदासपुर में भर्ती करवाया गया जहां से डॉक्टरों ने महिला की हालत गंभीर बताते हुए अमृतसर के लिए रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक महिला 40 से 50 फीसद झुलस चुकी है। उधर महिला के परिवारिक सदस्यों व गांव के लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि पावर काम विभाग के अधिकारियों को कई बार घरों के ऊपर से गुजरती हाई वोल्टेज तारों को हटाने के लिए शिकायत दे चुके हैं यहां तक की पैसे भी जमा करवा चुके हैं मगर विभाग द्वारा अभी तक घरों के ऊपर से गुजरती हाई वोल्टेज तारों को नहीं हटाया गया। उन्हें जिस बात का डर था आखिरकार वही हो गई है। अगर झुलसी महिला ठीक ना हुई तो वह बड़े स्तर पर पावर का विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।

गांव अबुलखैर निवासी गुलजार मसीह ने बताया कि सोमवार सुबह को उसकी पत्नी परवीन सुबह 11 बजे घर की छत पर काम कर रही थी। उनकी छत से मात्र ढाई फीट ऊंचाई पर हाई वोल्टेज तारें गुजरती हैं। इस दौरान उसकी पत्नी का हाथ अचानक तारों से लग गया। जिस कारण उसे 11 हजार हाई वोल्टेज का झटका लगा। उसकी पत्नी काफी समय तारों की चपेट में आकर तड़पती रही। उसे गंभीर हालत में एंबुलेंस के माध्यम से सिविल अस्पताल गुरदासपुर में भर्ती करवाया गया। जहां से हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने अमृतसर के लिए रेफर कर दिया। पीडि़त के पति ने बताया कि घरों के ऊपर से गुजरती हाई वोल्टेज तारों संबंधी क्षेत्र की कैबिनेट मंत्री और बिजली विभाग के अधिकारियों के कई बार ध्यान में लाया गया है। विभाग के आदेशों पर तारों को हटाने के लिए गांव के लोगों की ओर से बनती पेमेंट भी पावरकाम विभाग के खाते में डाल दी जा चुकी है। बावजूद कई सालों से तारों को नहीं हटाया जा रहा। विभाग की लापरवाही के कारण आज उसकी पत्नी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है।

महिला की हालत नाजुक

गुरदासपुर में महिला का ट्रीटमेंट कर रहे डाक्टर अरविंद महाजन ने बताया कि महिला काफी झुलस चुकी है। महिला की मुंह,बाजू सहित शरीर के अन्य हिस्से बुरी तरह से झुलसे हैं। यहां तक कि महिला का एक हिस्सा पूरी तरह से डैमेज हुआ है। जिस कारण महिला की हालत बहुत नाजुक है। 

एक घंटे तक नहीं काटी बिजली

घटना के एक घंटे बाद भी पावरकाम विभाग के अधिकारी गांव में नहीं पहुंचे। हालांकि गांव के लोगों द्वारा घटना के तुरंत बाद अधिकारियों को सूचित कर दिया गया था। बावजूद करीब एक घंटे तक बिजली सप्लाई बंद नहीं की गई। गांव के लोगं ने यह मामला कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी के ध्यान में भी ला दिया है। हालांकि काफी एक घंटे बाद गांव में पहुंचे बिजली अधिकारियों से गांव वालों की कुछ देर के लिए बहस भी चली। 

उधर पावरकाम विभाग के अधिकारी रमेश सारंगल का कहना है कि मामला उनके ध्यान में नही है वह जल्द इस संबंधी जानकारी हासिल करेगें।

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