हरिंदर की गिरफ़्तारी के चलते भर्ती रैकेट की जांच के लिए आई.जी. पटियाला रेंज के अधीन सिट का गठन

Dinkar Gupta

दोषी ने पुलिस में नौकरी दिलाने के वादे के साथ 11 लोगों को ठगा – प्राथमिक जांच से हुआ खुलासा

चंडीगढ़, 28 दिसंबर:

पंजाब के डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने भर्ती रैकेट की अगामी जांच के लिए विशेष जांच टीम(सिट) का गठन किया है। हरिन्दर सिंह उर्फ बब्बू -12 बोर, जिसने पुलिस नौकरी दिलाने का झाँसा देकर कथित तौर पर 11 लोगों को ठगा था, की गिरफ़्तारी से इस रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।

पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार विशेष जांच टीम(सिट) द्वारा इस रैकेट में शामिल अन्य दोषी की भूमिका संबंधी आगे जांच की जायेगी। प्रवक्ता ने बताया कि अब तक की गई जांच से खुलासा हुआ है कि हरिन्दर ने पुलिस विभाग में भर्ती करवाने का वादा करके कम से कम 11 व्यक्तियों के साथ 70 लाख रुपए की ठगी मारी थी।

यह विशेष जांच टीम (सिट) आई.जी. पटियाला रेंज की निगरानी अधीन काम करेगी और अमृतसर ग्रामीण, मोहाली, बरनाला, संगरूर और पटियाला के एस.एस.पीज़ इसके मैंबर होंगे।

गौरतलब है कि पंजाब पुलिस विभाग में भर्ती करवाने के नाम पर लोगों को ठगने के दोष में ए.एस.आई. परमिन्दर सिंह की शिकायत पर हरिन्दर सिंह को 20 दिसंबर को गिरफ़्तार किया गया था। आई.पी.सी. की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी और 66 डी आई.टी. एक्ट की धारा के अंतर्गत एफ.आई.आर. नम्बर. 157 तारीख़ 20 /12 /2019 पुलिस थाना तपा, जिला बरनाला में दर्ज की गई थी। शिकायत के अनुसार दोषी ने शिकायतकर्ता परमिन्दर सिंह के साथ 40 लाख रुपए की ठगी मारी थी।

दोषी के काम करने के ढंग संबंधी जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि हरिन्दर सिंह पटियाला जिले के एक कृषि परिवार से सम्बन्धित है और खरड़, मोहाली और पटियाला में फ्लैट से ऑपरेट करता था। उसने पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर होने का ढोंग रचा और दावा किया कि वह ख़ुफिय़ा ऑपरेशनज़ में काम कर रहा है, इसलिए पुलिस की वर्दी नहीं पहनता। दोषी पैसे के बदले फज़ऱ्ी नियुक्ति पत्र तैयार करके निर्दोष पीडि़तों को देता था।

जांच के दौरान पुलिस द्वारा हरिन्दर से शिकायतकर्तावों के सर्टिफिकेट, 3,00,000 रुपए नगद और सिम कार्ड समेत दोषी का मोबायल फ़ोन बरामद किया गया था।

दोषी द्वारा अपराध करने के लिए इस्तेमाल की जा रही पजेरो कार नं. पी.बी. 08 सी.टी. 0027 को पुलिस द्वारा ज़ब्त कर लिया गया है। इसके साथ ही चंडीगढ़ के सैक्टर -35 में स्थित एक साईबर केफे के कंप्यूटर सिस्टम को डिजिटल सबूत के तौर पर ज़ब्त कर लिया गया है जिसका प्रयोग शिकायतकर्ताओंं को फज़ऱ्ी नियुक्ति पत्र और डी.ओ. पत्र देने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

पूछताछ के दौरान हरिन्दर ने पुलिस को बताया कि उसने पजेरो कार की खरीद, अपनी बेटी के इलाज के लिए लिए कजऱ्े की फिर अदायगी, नई दिल्ली में पाम विला में अपनी रिहायश के किराये और अन्य चीजों पर 40.60 लाख रुपए ख़र्च किये थे।

जि़क्रयोग्य है कि पंजाब के विभिन्न जि़लों में हरिन्दर सिंह उर्फ बब्बू -12 बोर के खि़लाफ़ कई एफ.आई.आरज़ दर्ज हैं। ए.एस.आई. सुरिन्दर सिंह जिसके साथ 8 लाख रुपए की ठगी हुयी है, की शिकायत पर आई.पी.सी. की धारा 420, 34 के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 242 तारीख़ 24 /12 /2019 पुलिस थाना सदर संगरूर में दर्ज की गई है। लहिरा के कुलदीप शर्मा जिसके साथ 4 लाख रुपए की ठगी हुयी है, की शिकायत पर आई.पी.सी. की धारा 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 327 तारीख़ 24 /12 /2019 पुलिस थाना लहिरा, संगरूर में दर्ज की गई थी।

सीमा निवासी पटियाला जिसके साथ 6.8 लाख रुपए की ठगी लगी है, की शिकायत पर आई.पी.सी. की धारा 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 199 तारीख़ 24 /12 /2019 पुलिस थाना अर्बन अस्टेट, पटियाला में दर्ज की गई थी।

इसी तरह बुद्धसेवक सिंह जिसके साथ पुलिस विभाग में कांस्टेबल भर्ती करवाने के नाम पर 7 लाख रुपए की ठगी हुयी है, की शिकायत पर आई.पी.सी. की धारा 419, 420, 467, 468, 120बी के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 150 तारीख़ 26 /12 /19 पुलिस थाना महिता, अमृतसर ग्रामीण में दर्ज की गई थी।

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