तीखा विरोध-दीनानगर में भाजपाईयों को नही करने दी गई वर्चूअल मीटिंग, भाजपा तथा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर बरसे किसान

भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस तथा कैप्टन के खिलाफ की नारेबाजी, किसानों के हक में लगाए नारे

जिला प्रधान परमिंदर गिल का कहना कांग्रेस तथा अकाली करना चहते है पंजाब का माहौल खराब  

गुरदासपुर, 17 (मनन सैनी) दिसंबर। कस्बा दीनानगर के गांव झंडेचक्क में माहौल उस समय तनावपूर्ण बन गया जब भाजपा वर्करों की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की वर्चूअल मीटिंग संबंधी एक कार्यक्रम रखा गया। जिसकी अगवाई जिला प्रधान परमिंदर गिल कर रहे थे। परन्तु मीटिंग की सूचना मिलते ही लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी तथा किसानों ने  जिला प्रधान हरदेव सिंह चिट्टी के नेतृत्व में कार्यालय के बाहर धरना लगा दिया तथा जब्रदस्त विरोध कर नारेबाजी शुरु कर दी गई। किसानों की ओर से जिला प्रधान गिल को भी मीटिंग के लिए अंदर नही जाने दिया गया तथा मोदी सरकार तथा भाजपा के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से भी इस मौके पर कैप्टन सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी गई तथा माहौल गर्मा गया। जिसे पुलिस ने तुरंत आकर मौके पर काबू पाया तथा माहौल शांत किया। 

मौके पर मौजूद किसानों का कहना था कि भीषण सर्दी के बावजूद भी किसान तीन कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए आंदोलन पर डटे हुए है। मगर भाजपा के कार्यकर्ता इस काले कानून को रद्द करवाने के लिए कोई उचित प्रयास करने की बजाए बैठकें करने में लगी हुई है। उन्होने कहा कि जैसे ही उनकी सोसायटी को पता चला कि आज फिर से गांव झंडेचक्क में भाजपा कार्यकर्ता बैठक करने के लिए पहुंचे है तो वह भी वहां पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में भाजपा नेता व कार्यकर्ता किसानों के आंदोलन का कोई भी समर्थन नहीं कर रही है। जिससे साबित होता है कि यह सरकार किसान विरोधी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पंजाब में भाजपा बैठकें करने से बाज नहीं आए तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। इस मौके पर कैप्टन जोगिंदर सिंह, लखविंदर सिंह, अमृतपाल सिंह, सरवन सिंह, अमनदीप सिंह, महिंदर सिंह, अमनदीप सिंह, महिंदर सिंह, सूबेदार बलविंदर सिंह, अमरीक सिंह, प्यारा सिंह, दर्शन सिंह, करनैल सिंह, बलविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।

वहीं दूसरी तरफ भाजपा के जिला प्रधान परमिंदर गिल ने कहा कि भाजपा किसानों के साथ खड़ी है तथा रोष प्रर्दशन करते हु भी भाजपा की ओर से किसानों के हक में नारेबाजी की गई। परन्तु कांग्रेस तथा अकाली दल अपनी घटिया राजनिति से बाज नही आ रही और भाजपा को किसानों का दुश्मन बताने पर लगी है, जो गलत है। अकाली तथा कांग्रेस पंजाब का माहौल खराब करना चाहती है जिसे कदापि सफल नही होने दिया जाएगा। उन्होने कहा कि किसानों के सर्मथन में व्यापारी वर्ग भी शामिल है तथा केंद्र सरकार किसानों की समस्या के हल के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और जल्द इस मसले को हल कर लिया जाएगा। 

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