आंतकी हैड़लर सुख भिखारीवाल पर गुरदासपुर में हत्या, फिरौती के एनडीपीएस सहित कुल 10 मामलें दर्ज, 2017 से भगौड़ा था भिखारीवाल, दुबई में गिरफ्तार

sukh bhikariwal

2012 में इरादा कत्ल का पहला मामला हुआ था दर्ज, आंतकी हैपी पीएचडी के साथ आंतकी गतिविधयों में लिप्त होकर (के.एल.एफ) के लिए काम कर रहा था भिखारीवाल

गुरदासपुर, 9 दिसंबर (मनन सैनी)। पंजाब पुलिस के लिए सिरदर्दी बने सुख भिखारीवाल को आखिरकार दुबई में दबोच लिया गया तथा उसे भारत लाने की प्रक्रिया भी शुरु हो चुकी है। भिखारीवाल खालिस्तान समर्खक खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (के.एल.एफ) का प्रमुख हैंडलर था और आठ से ज्यादा लोगो की हत्या करवा चुका था। जिसमें शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या भी शामिल है। आंतक का खौफनाक खेल खेल रहे तथा अपने गुर्गों के जरिए पंजाब का माहौल खराब करने की कौशिश करने वाले सुख का असली नाम सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख उर्फ सोनी पुत्र सुलक्खन सिंह निवासी भिखारीवाल थाना कलानौर है।

गैंगस्टर विक्की गौंडर, ज्ञान खरलावांल, हैरी चठ्ठा, गुरप्रीत गोपी का साथी रह चुका सुख भिखारीवाल पूरे पंजाब के साथ साथ गुरदासपुर जिले की पुलिस के लिए भी काफी सिरदर्द बना हुआ था।

सुक्खा भिखारीवाल पर जिला गुरदासपुर में कुल 8 तथा 2 बाहरी जिलों में मामले दर्ज है। जिसमें तीन हत्या, पांच इरादा कत्ल तथा दो एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज है। सुख पर पहला मामला इरादा कत्ल का फरवरी 2012 में थाना तिब्बड़ में दर्ज किया गया था। परन्तु उस पहली वारदात को अंजाम देने के उपरांत चार माह बाद ही सुख ने पुराना शाला में ही कत्ल की वारदात को अंजाम दिया तथा कई बार गिरफ्तार भी हुआ। करीब 2017 से सुख भगौड़ा करार दिया गया जिसके बाद से यह मोस्ट वांस्टेड़ में सबसे पहले स्थान पर आ गया।

हत्या के मामलों में फरवरी 2020 में धारीवाल के डडवां रोड़ पर अपने गुर्गों की ओर से अंधाधुंध फायरिंग कर शिवसेना नेता हनी महाजन पर गोलियां चलाई गई। जिसमें अशोक कुमार की मौत हो गई। हालाकि डीजीपी पंजाब का कहना था कि यह वारदात शराब के कारोबार पर कब्जा करने के लिए हुई थी। परन्तु उस वक्त जांच में सुख भिखारीवाल के लिंक आंतकी हैप्पी पीएचडी के साथ पाए गए थे जो केएलएफ का सरगना था। पीएचडी की मौत के बाद यह आंतकवादियों के लिए अपने गुर्गों के जरिए पंजाब का माहौल खराब करने की रास्ता अख्तियार कर चुका था।

गैंगस्टरों में अपना नाम बड़ा करने के लिए तथा पंजाब में विभिन्न गैंग पर अपनी पकड़ बनाने हेतू दिसंबर 2017 में सुख भिखारीवाल ने दिन दिहाड़ें अपने साथ विक्की गौंडर, ज्ञान खरलांवाल, हरी चठ्ठा मजीठिया, गोपी के साथ मिल कर औजलां मोड पर पेशी भुगत कर वापिस आ रहे हरप्रीत सिंह सूबेदार, सुखचैन सिंह जट्ट की अंधाधुंध गोलियां चला कर हत्या भी की थी। उस पर कांग्रेसी नेता ओंकार सिंह उर्फ सोनू पर उसके घर हयातनगर में जाकर अपने गुर्गो से गोली चलवाने, सितंबर 2017 में आढ़तिया भूपिंदर सिंह पर गोली चलानें, तिब्बड़ में गोली चलाने संबंधी कई इरादा कत्ल के मामले दर्ज है।

सुख भिखारीवाल पर थाना कोतवाली नाबा जिला पटियाला में भी नाभा जेल कांड में लिप्त होने के चलते मामला दर्ज है तथा एसएसओसी अमृतसर में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है तथा एक मामला एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना पुराना शाला में दर्ज है।

एसएसपी गुरदासपुर राजिंदर सिंह सोहल

इस संबंधी गुरदासपुर के एसएसपी राजिंदर सिंह सोहल का कहना है कि सुख भिखारीवाल ने गैंगवार से शुरुआत की तथा अब आंतकी गतिविधियों में लिप्त हो गया। सुख भिखारीवाल अब किसके इशारे पर पंजाब का माहौल खराब कर रहा था वह आने वाले समय में जांच के दौरान पता चलेगा। उन्होने बताया कि हालाकि हैपी पीएचडी की मौत हो चुकी है जो केएलएफ का सरगना तथा पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के लिए काम करता था। सुख भी आईएसआई के कहने पर काम करता होगा। परन्तु यह सब जांच अधीन है। एसएसपी सोहल ने बताया कि सुख भिखारीवाल की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया। परन्तु बाद में यह विदेश भाग गया। अब गिरफ्तारी के बाद सारी परते खुल कर सामने आएंगी।

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