कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बीर दविन्दर सिंह की तरफ से राज्यपाल की की आलोचना को आड़े हाथों लेते हुये इसको अनावश्यक बताया

Captain amrinder

Newly-elected Amritsar MP Capt Amarinder Singh in Sector 10 of Chandigarh on Monday, May 26 2014. Express photo by Sumit Malhotra

लोगों को मिलते समय राज्यपाल की तरफ से कोविड प्रोटोकालों की पालना किये जाने की सराहना

चंडीगढ़, 26 अक्तूबर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को राज्यपाल की बीर दविन्दर सिंह की तरफ से की गई आलोचना को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि इस संवैधानिक पद की ऐसी आलोचना बिल्कुल अनावश्यक थी, जिसका कोई औचित्य नहीं था बनता।

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की तरफ से आगंतुकों को राज भवन के अंदर दाखि़ल होने की इजाज़त न देने सम्बन्धी बीर दविन्दर सिंह की तरफ से उनकी की गई आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोविड के हालात को देखते और सावधानियां इस्तेमाल किये जाने की ज़रूरत के मद्देनजऱ ख़ास कर सामाजिक /शारीरिक दूरी बनाऐ जाने सम्बन्धी राज्यपाल का व्यवहार न सिफऱ् सही बल्कि मिसाली था। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति की तरफ से कोविड प्रोटोकालों की सख़्ती से पालना किये जाने की ज़रूरत है और पूर्व डिप्टी स्पीकर की टिप्पणियां उनके जैसे सीनियर राजनीतिज्ञ को नहीं अच्छी लगती।

राज्यपाल की तरफ से कोविड फैलने के कारण संसद सदस्यों और अन्य आगंतुकों को सम्मान न दिये जाने सम्बन्धी बीर दविन्दर सिंह की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के नेता ने न तो स्थिति को समझा और यह बयान उनमें परिपक्वता की कमी को दर्शाता है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि बीर दविन्दर सिंह ख़ुद भी विधान सभा में डिप्टी स्पीकर जैसे संवैधानिक पद पर रह चुके हैं और इस कारण उनको राज्यपाल के पद की मान-मर्यादा का सम्मान करने का और भी ज्यादा ज्ञान होना चाहिए था और यह राज्यपाल नहीं बल्कि बीर दविन्दर सिंह है जिसने सम्मान से भरे सभ्यक व्यवहार की कमी का प्रदर्शन किया है।

पंजाब के समूह मंत्रियों और विधायकों (भाजपा को छोड़ कर) की राज्यपाल के साथ 22 अक्तूबर को हुई मुलाकात पर बीर दविन्दर सिंह की तरफ से की गई टिप्पणियों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि न तो उनको और न ही किसी भी विधायक ने इस मीटिंग सम्बन्धी किसी किस्म की कोई शिकायत करने की वजह देखी। उनकी तरफ से तो बल्कि इतने थोड़े समय के नोटिस पर राज्यपाल की तरफ से उनका याद पत्र और कृषि कानूनों के खि़लाफ़ पास किये प्रस्तावों की कापी लेनी कबूल करने सम्बन्धी राज्यपाल की तरफ से दिखाई गई रज़ामंदी की सराहना की गई थी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘बीर दविन्दर सिंह की तरफ से ऐसी ही स्थिति पर न ख़ुशी ज़ाहिर किये जाने की न सिफऱ् कोई वजह ही समझ नहीं आती बल्कि किसी भी तरीके से मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए उनका उतावला होना साफ़ ज़ाहिर होता है।’

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनोर हमेशा ही सभी मंत्रियों और विधायकों की बात को सहज भावना से सुनने के लिए उपलब्ध रहते हैं और उनको ऐसे संकट भरे समय के दौरान भी मिलते हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि राज्यपाल की सराहना करने की बजाय बीर दविन्दर सिंह की तरफ से अपनी राजनीति चमकाने के लिए मौजूदा स्थिति का इस्तेमाल किया जा रहा है और इस कारण पूर्व डिप्टी स्पीकर की टिप्पणियां अफ़सोसजनक हैं।

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