कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर अब रेलवे प्लेटफार्म पर डटे किसान

गवर्नर व राष्ट्रपति को हस्ताक्षर करने के लिए करेगें मजबूर, संघर्ष को करेगें तेज

गुरदासपुर। कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे किसान वीरवार से रेलवे प्लेटफार्म पर धरना दे रहे हैं। इस दौरान किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली। वीरवार के धरने का नेतृत्व जसबीर सिंह, मक्खन सिंह कोहाड़, कश्मीर सिंह, बलबीर सिंह, गुरदीप सिंह, करनैल सिंह, तरलोक सिंह, सुखदेव सिंह ने किया।

किसान नेताओं ने कहा कि वे 22 दिनों से धरने पर डटे हुए हैं, मगर सरकार उनकी मांग को अनदेखा करके आक्रोश को और भी बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष चार नवंबर को होने वाली प्रदेश बैठक तक जारी रहेगा। 27 अक्टूबर को देश के 250 संगठनों की बैठक के फैसले भी लागू किए जाएंगे। यदि केंद्र सरकार ने यह कानून वापस नहीं लिए तो यह संघर्ष और भी विकराल रूप धारण कर लेगा। उन्होंने कहा कि बीते दिन कांग्रेस की ओर से जो कानून पास किए गए हैं वे किसानों के संघर्ष की जीत है। अब इन कानूनों पर गवर्नर व राष्ट्रपति को हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया जाएगा। इस मौके पर बलबीर सिंह, सतबीर सिंह सुलतानी, कंवलजीत सिंह, गुरनाम सिंह, जगीर सिंह, बलविदर सिंह, कपूर सिंह, अमरजीत सिंह सैनी, गुरमीत सिंह पाहड़ा, हरचरण सिंह, हरभजन सिंह, गुरमीत सिंह आदि उपस्थित थे।

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