मोदी सरकार ने अत्याचार करने में मुगल व अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ा- किसान नेता

रविवार को 12 वें दिन भी जारी रहा रेल रोको आंदोलन

गुरदासपुर,11 अक्तूबर । मोदी सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि बिल के विरोध में किसान संगठनों की ओर से रेल रोको आंदोलन रविवार को 12वें दिन भी रेलवे ट्रैक पर जारी रहा। जिसका नेतृत्व जसबीर सिंह, मक्खन सिंह कोहाड़, तरलोक सिंह, सुखदेव सिंह, गुरदीप सिंह, कंवलजीत सिंह, डा. अशोक भारती ने संयुक्त तौर पर किया।

किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों पर अत्याचार करने में मुगल व अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होने कहा कि पूरा संसार जानता है कि भारत का किसान देश की रीड़ की हड्डी है, मगर फिर भी केंद्र सरकार फसलों का कम से कम समर्थन मूल्य खत्म करके किसानों की रीड़ की हड्डी तोड़ रही है। इस काले कानून से किसान अडानियों-अंबानियों को जमीन पहले ठेके पर और फिर उसे बेचने के लिए मजदूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बार-बार यही बात कह रहे है कि एमएसपी खत्म नहीं होगी, मगर वह इस बारे अलग कानून क्यों नहीं पास करता।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से विशेष अधिवेशन बनाकर विधानसभा में काले कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की बजाए उल्टा किसानों को थर्मल प्लांटों के लिए कोला व खाद कम होने की झूठ बोलकर किसानों को रेल न रोकने की सलाह दे रहे है। नेताओं ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि पंजाब के लोग अपना हक लेने के लिए अच्छी तरह से जानते है। यदि इसके लिए कुर्बानियां भी देनी पड़ी तो पीछे नही हटेंगे। इस मौके पर जगजीत सिंह, हरजीत सिंह, गुलजार सिंह, तरलोक सिंह, चन्नण सिंह, वरिंदर सिंह, सविंदरजीत सिंह, सुखदेव सिंह, दलीप सिंह, कुलबीर सिंह गोराया, गुरदीप सिंह, बलविंदर सिंह, टहल सिंह, बलदेव सिंह आदि उपस्थित थे।

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