पांचवे दिन भी किसानों ने कृषि कानून के विरोध में रेलवे ट्रेक पर दिया धरना

गुरदासपुर। केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए तीन कृषि विधेयक बिल के विरोध में सोमवार को पांचवें दिन भी किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक पर धरना लगाकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

किसान नेताओं ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों का पूरा कर्जा माफ करने और डा. स्वामीनाथन कमिशन की सिफारिशों अनुसार खेती फसलों का भाव देने का चुनाव वादा करके केंद्र में बनी मोदी सरकार की अध्यक्षता में भाजपा सरकार ने उक्त वादों को पूरा करने से मना कर दिया है। जबकि खेती सुधार के नाम पर खेती को तबाह किया जा रहा है और निजी कंपनियों के हाथों में सौंपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिल पास होने से सरकार खेती फसलों का भाव निर्धारित करने और खरीदने की जिम्मेदारी से बाहर होने के लिए खेती उत्पाद मार्किट कमेटी कानून खत्म हो जाएगा। सरकार किसानों के संघर्ष को दबाने के लिए प्रयास कर रही है। जिसके चलते सरकार ने धारा 144 लागू कर दी है। किसान नेताओं ने एकजुट होकर ऐलान किया कि मांगों की प्राप्ति तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा।

आज के धरने में जम्हूरी किसान सभा,डेमोक्रेटिक फ्रंट,किरती किसान यूनियन,कुल हिंद किसान सभा,पंजाब किसान यूनियन भी किसानों के समर्थन में शामिल हुई। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिल जाता। तब तक संघर्ष जारी रहेगा। धरने में बलविंद सिंह, सतबीर सिंह सुलतानी, हरदेव सिंह, गुरदीप सिंह, सुखदेव सिंह, नरिंदर ंिसह, अमरीक सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बलबीर सिंह रंधावा, चन्नण, दलीप सिंह, अजीत सिंह, जगीर सिंह, डा. अशोक भारती, पलविंदर सिंह, अजैब सिंह ,कमलजीत सिंह, रणजीत सिंह, कपूर सिंह, तरलोक सिंह, हरदेव सिंह, सुबेग सिंह, अमरीक सिंह, अजैब सिंह, ठाकुर थुड़ा सिंह आदि उपस्थित थे।

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