राष्ट्रपति ने दी खेती तथा जम्मू कश्मीर बिलों को मंजूरी, बना कानून सुखबीर ने दुखद तथा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण दिया करार

Ram Nath KOVID

चंडीगढ़/27सितंबर: राष्ट्रपति की ओर से खेती संबंधी तीन बिलों एवंम जम्मू कश्मीर विधेयक में पंजाबी भाषा को आधिकारिक भाषा से बाहर निकालने संबंधी मजूरी दे दी गई है। जिस पर शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने प्रैस ब्यान जारी कर राष्ट्रपति द्वारा तीनों कृषि विधेयकों किसानों की उपज से संबधित विधेयकों और जम्मू-कश्मीर विधेयक में पंजाबी भाषा को आधिकारिक भाषा से बाहर निकालने के बिल को मंजूरी देना ‘दुखद, निराशाजनक और अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरदार बादल ने कहा वास्तव में यह देश के लिए काला दिन है जब देश के माननीय राष्ट्रपति ने देश के अंतरआत्मा के की आवाज सुनने से इंकार कर दिया है। ‘हमें बहुत उम्मीद थी कि शिरोमणी अकाली दल तथा कुछ अन्य विपक्षी पार्टियों द्वारा की मांग के अनुसार माननीय राष्ट्रपति इन विधेयकों को संसद में विचार के लिए संसद को भेजेंगे।

सरदार बादल ने कहा कि उनकी पार्टी विस्तार में विचार विमर्श करने के बाद अगली रणनीति बनाएगी।

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