शहीद गुरविन्द्र सिंह जैसे अमर बलिदानियों की बदौलत राष्ट्र की एकता व अखंडता बरकरार:सलवान

चौथी बरसी पर नम आंखों से किया शहीद को नमन

गुरदासपुर, 8 जून (मनन सैनी ): जम्मू-कश्मीर के पुंछ सैक्टर में आतंकियों से लड़ते हुए शहादत का जाम पीने वाले बी.एस.एफ की 137वीं बटालियन के कांस्टेबल गुरविन्द्र सिंह का चौथा श्रद्घांजलि समारोह गांव मानेपुर में उनके निवास स्थान पर कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें तहसीलदार अरविन्द सलवान बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके साथ अलावा शहीद की माता सर्वजीत कौर, पिता सतविन्द्र सिंह, भाई रुपिन्द्र सिंह, भाभी गुरजीत कौर, शहीद लैफ्टीनेंट नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिन्द्र सिंह, शहीद लासं नायक संदीप सिंह शौर्य चक्र के पिता जगदेव सिंह, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार, एस.डी.ओ नरेश त्रिपाठी, कर्नल अमरीक सिंह, पटवारी अभिषेक महाजन आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्घासुमन अर्पित किये। इस दौरान सर्वप्रथम श्री सुखमणि साहिब का भोग डालते हुए रागी जत्थे द्वारा बैरागमयी कीर्तन कर शहीद को नमन किया गया।


उसके उपरांत आयोजित श्रद्घांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि तहसीलदार अरविन्द सलवान ने कहा कि शहीद कांस्टेबल गुरविन्द्र सिंह जैसे अमर बलिदानियों की बदौलत ही आज राष्ट्र की एकता व अखंडता बरकरार है। जिन्होंने 26 वर्ष की अल्पायु में अदम्य साहस का परिचय देते हुए वीरता की जो मिसाल कायम की, वह देश की भावी पीढ़ी के लिए प्रे्ररणास्त्रोत हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का फन कुचलने हेतु सरकार को ठोस नीति बनानी चाहिए ताकि गुरविन्द्र जैसे जांबाजों की शहादतों का सिलसिला थम सके। मुख्यातिथि ने कहा कि जिला प्रशासन इस दु:ख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ खड़ा है तथा शहीद परिवारों का मनोबल बढ़ाने हेतु शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद द्वारा इस तरह के समारोह आयोजित करने का जो बीड़ा उठाया है, उससे शहीद परिवारों का मनोबल ऊंचा होता हैं।

तीर्थ स्थान तुल्य है वो भूमि जहां किया जाता है शहीदों को नमन:कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने कहा कि सैंकड़ो लोग रोज मरते हैं, उन्हें कोई याद नहीं रखता, मगर एक शहीद की मौत पर देवता भी फूल अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि वो भूमि तीर्थ स्थान तुल्य है, जहां शहीदों को नमन किया जाता है तथा जो लोग शहीद परिवारों के चरणों की धूली से तिलक करते हैं, उन्हें सौ कुंभ नहाने का फल मिलता है। इस अवसर पर सरपंच राजेन्द्र सिंह ने आए मेहमानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि हलका विधायक बरिन्द्रमीत सिंह पाहड़ा की तबीयत ठीक न होने के कारण उन्होंने फोन पर उन्हें उनकी तरफ से यह घोषणा करने के लिए कहा है कि गांव में शहीद की याद में शीघ्र ही एक पार्क का निर्माण करवाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 5 अन्य शहीद परिवारों को स्मृति चिन्ह व सिरोपे भेंट करके सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रवेश कुमार, बलदेव सिंह, गुरविन्द्र सिंह, प्यारा सिंह, बाबा मंगल सिंह, बलविन्द्र सिंह, गुरमुख सिंह आदि उपस्थित थे।

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