झारखंड के चुनाव नतीजे भाजपा की विघटनकारी राजनीति के खि़लाफ़ फ़तवा- कैप्टन अमरिन्दर सिंह

Capt Amrinder singh

चंडीगढ़, 23 दिसंबर:पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने झारखंड के विधान सभा मतदान में कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा-राष्ट्रीय जनता दल की जीत का स्वागत करते हुए इसको भारतीय जनता पार्टी की विघटनकारी राजनीति के विरुद्ध जनादेश करार दिया।इन चुनावी नतीजों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा की उलटी गिनती इस साल के आरंभ में शुरू हुई थी और इस चुनाव के साथ इसकी पुष्टि हो गई है। उन्होंने कहा कि इन नतीजों ने भाजपा की देश के कोने -कोने तक अपने पांव पसारने की इच्छाओं को कुचल कर रख दिया है जिससे भाजपा मुक्त भारत का निर्माण करने के लिए रास्ता साफ हो गया।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इन नतीजों ने न सिफऱ् भाजपा के विघटनकारी एजंडे का पर्दाफाश किया बल्कि लोगों ने इसको सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि यह फ़तवा सत्ताधारी पार्टी की सांप्रदायिक राजनीति की हार की गवाही देता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि समय आ रहा है जब मुल्क भर में भाजपा विरोधी लहर मज़बूती के साथ फैल रही है और इसका दिखावा केंद्र सरकार के राष्ट्रीय नगरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर जैसे असंवैधानिक कदमों के विरुद्ध बड़े स्तर पर फैले जन आंदोलन से होता है। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड के नतीजों ने कांग्रेस पार्टी के धर्म निरपेक्ष एजंडे पर मोहर लगाई है।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अनेकता में एकता के संवैधानिक लोकाचार की पृष्ठभूमि में लोग विकास और तरक्की चाहते हैं न कि धर्म के नाम पर संकुचित हितों के लिए विभाजन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों की नब्ज़ को पढऩे में बुरी तरह नाकाम रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के लोग ख़ासकर बड़ा युवा वर्ग भाजपा के हर क्षेत्र में रही नाकामियों के साथ इसकी वास्तविकता को पहचान चुका है क्योंकि बेरोजग़ारी बढ़ रही है, आर्थिक समस्याएँ और गंभीर हो रही हैं और कीमतें बढ़ रही हैं जिस कारण वोटरों ने विकास और तरक्की के हक में वोटें डालकर प्रतिगामी नीतियों के खि़लाफ़ फ़तवा दिया है।मुख्यमंत्री ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि यह अब कुछ समय की ही बात है कि राष्ट्र के चेहरे से भगवा रंग हट जायेगा और यहाँ के लोगों के लिए सुनहरे भविष्य का रास्ता खुल जायेगा। उन्होंने कहा कि झूठे वायदे और खोखले दावे किसी भी राजनैतिक पार्टी को बहुत लम्बे समय तक नहीं चला सकते और इसको भाजपा स्पष्ट तौर पर कबूलने में असफल रही है।

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